पटना | बिहार शिक्षा विभाग ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 23,801 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच शुरू कर दी है। इन प्रमाण पत्रों को संदिग्ध पाया गया है, और अगर ये फर्जी निकलते हैं तो संबंधित शिक्षकों की नौकरी खतरे में पड़ जाएगी।
मुख्य बिंदु
1. बिहार शिक्षा विभाग ने 1 लाख 87 हजार 818 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की।
2. 96 शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए।
3. 23,801 शिक्षकों के प्रमाण पत्र संदिग्ध पाए गए।
4. जांच में अगर प्रमाण पत्र फर्जी निकलते हैं तो संबंधित शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।
5. अतिथि शिक्षकों की नौकरी भी खतरे में है, क्योंकि नवनियुक्त शिक्षकों की बहाली के बाद उन्हें हटाया जा सकता है।
शिक्षा विभाग का बयान
बिहार शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "हमने शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच शुरू कर दी है। अगर कोई प्रमाण पत्र फर्जी निकलता है तो हम संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।"
नतीजे
इस जांच के नतीजे आने के बाद बिहार के शिक्षा विभाग में बड़ा बदलाव हो सकता है। अगर शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी निकलते हैं तो उन्हें नौकरी से निकाला जा सकता है, और उनकी जगह नए शिक्षकों की बहाली की जा सकती है।