पातेपुर (बलिगांव) । अमर शहीद पशुपति नाथ सिंह की 65वीं शहादत दिवस के अवसर पर बलिगांव में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक प्रेमा चौधरी ने घोषणा की कि अब हर वर्ष शहीदों के मजार पर भव्य मेला लगाया जाएगा, जिससे आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति की प्रेरणा मिलती रहे। उन्होंने कहा, "वतन पर मरने वालों की यही निशानी होगी, कि उनकी यादें हर वर्ष जनमानस के बीच जीवित रहें।"
कार्यक्रम का आयोजन पंचायत सरकार भवन, बलिगांव में पशुपति नाथ सिंह मेमोरियल ट्रस्ट के तत्वावधान में किया गया। पूर्व विधायक ने मंच को संबोधित करते हुए कहा कि "रामकृष्ण को हममें से किसी ने नहीं देखा, लेकिन उनके आदर्श आज भी पूज्य हैं। उसी प्रकार पशुपति बाबू ने बलिगांव और पातेपुर क्षेत्र के लिए जो बलिदान दिया, वह उन्हें अमर बनाता है।"
पूर्व विधायक ने यह भी बताया कि जब शहीद पशुपति नाथ सिंह की शहादत हुई थी, तब बलिगांव के तत्कालीन मुखिया बिहारी बाबू द्वारा हर वर्ष कार्यक्रम आयोजित किया जाता था, जिसमें आईजी और डीआईजी स्तर के अधिकारी भाग लेते थे। इस बार ट्रस्ट ने कार्यक्रम को दो भागों में आयोजित किया।
शौर्य की मिसाल : शहीद पशुपति नाथ सिंह की वीरगाथा
ज्ञात हो कि अमर शहीद पशुपति नाथ सिंह उर्फ लोहा सिंह, पातेपुर थाना के दरोगा पद पर तैनात थे। 8 अप्रैल 1959 की रात 12 बजे उन्हें सूचना मिली कि बलिगांव में डकैतों ने हमला कर दिया है। बिना किसी देर किए, वे अकेले घोड़े पर सवार होकर मौके पर पहुंचे और तीन डकैतों को मार गिराया। दुर्भाग्यवश, इस संघर्ष में वे स्वयं भी गोली लगने से घायल हो गए और 9 अप्रैल को अस्पताल ले जाते समय उन्होंने अंतिम सांस ली। तभी से हर वर्ष 9 अप्रैल को बलिगांव में उनका शहादत दिवस मनाया जाता है।
प्रशासनिक उपस्थिति में रही कमी, जनता में निराशा
शहादत दिवस के अवसर पर पुलिस प्रशासन की ओर से माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई, लेकिन एसडीपीओ महुआ और डीएसपी शिवहर के अलावा कोई भी वरीय पदाधिकारी उपस्थित नहीं हो सका। स्मारक समिति के अध्यक्ष वैशाली डीएम, संरक्षक यशपाल मीना, पातेपुर बीडीओ, सीओ, और वर्तमान विधायक की अनुपस्थिति से उपस्थित जनसमूह में निराशा देखने को मिली।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजी संध्या
इस अवसर पर साहेब रमेश दास के नेतृत्व में पशुपतिनाथ मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा भी एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें स्थानीय मुखिया राम इकबाल चौरसिया, कपालेश्वर राय, पूर्व विधायक प्रेमा चौधरी, तारक चौधरी, किसलय किशोर, निर्गुण गायिका राज रानी, नवल किशोर राय, रवीकेश आर्य, और कोषाध्यक्ष राजेश्वर राजू सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मंच संचालन मो. मुन्ना और मो. असलम सिद्दीकी ने किया।
निष्कर्ष
बलिदान की इस पुण्यभूमि बलिगांव में हर वर्ष शहीद पशुपति नाथ सिंह की स्मृति में कार्यक्रम आयोजित कर देशभक्ति की लौ को जलाए रखना आवश्यक है। सरकार और प्रशासन से अपेक्षा है कि इस आयोजन को राज्यस्तरीय मान्यता मिले और शहीदों के सम्मान में उनके पदचिह्नों पर चलने की प्रेरणा समाज को मिलती रहे।