भारतीय सेना ने आतंकवाद के खिलाफ एक और बड़ी सफलता हासिल की है। "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित मुरीदके शहर में लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया गया है। यही मुख्यालय आतंकी सरगना हाफिज सईद का टेरर कैंप भी था, जहां से भारत समेत कई देशों में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दिया जाता था।
इस ऑपरेशन की पुष्टि के बाद अब एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है, जो तबाही के मंजर को पूरी तरह बयान करता है। लगभग 82 एकड़ में फैले इस टेरर कैंप में अब सिर्फ मलबा और राख बची है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे विशाल इमारतें अब मलबे का ढेर बन चुकी हैं। छतें फर्श में तब्दील हो गई हैं और जगह-जगह रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी एम्बुलेंस और बचाव गाड़ियां खड़ी नजर आ रही हैं।
सेना सूत्रों के अनुसार, इस ऑपरेशन की योजना बेहद गोपनीय तरीके से बनाई गई थी। ऑपरेशन के दौरान आधुनिक ड्रोन तकनीक, मिसाइल सिस्टम और सटीक टारगेटिंग हथियारों का प्रयोग किया गया। यह कार्रवाई सिर्फ एक सैन्य सफलता ही नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्पष्ट नीति और कठोर संदेश का प्रमाण है।
हाफिज सईद, जो 26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड रहा है, इस कैंप का प्रमुख संचालनकर्ता था। वर्षों से यह स्थान आतंकी प्रशिक्षण, रणनीति निर्माण और आतंकवाद के प्रसार का अड्डा बना हुआ था। इस ऑपरेशन ने न केवल लश्कर-ए-तैयबा की रीढ़ तोड़ दी है, बल्कि भारत की कूटनीतिक और सैन्य इच्छाशक्ति को भी उजागर किया है।
इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में खलबली मची हुई है, और आतंकी संगठनों के हौसले पस्त हैं। भारत ने यह साफ कर दिया है कि वह अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर की यह सफलता सिर्फ एक आतंकी ठिकाने को खत्म करने की नहीं, बल्कि आतंक के पूरे ढांचे को जड़ से हिलाने की दिशा में एक निर्णायक कदम है। सामने आया वीडियो इसकी गवाही दे रहा है कि भारत अब हर मोर्चे पर तैयार है।