भारत के हालिया सैन्य अभियान 'ऑपरेशन सिंदूर' की गूंज अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी सुनाई देने लगी है। ब्रिटेन की पूर्व गृहमंत्री और वरिष्ठ सांसद प्रीति पटेल ने ब्रिटिश संसद में इस ऑपरेशन का खुलकर समर्थन किया है। उन्होंने संसद में कहा कि "भारत को अपने नागरिकों की सुरक्षा और आतंकवादी ढांचे को ध्वस्त करने का पूरा अधिकार है।"
प्रीति पटेल ने अपने भाषण में पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा, "यह वही देश है जहां ओसामा बिन लादेन छिपा था। यह महज संयोग नहीं है कि आज भी आतंकवादी नेटवर्क वहां पनप रहे हैं।" उनका यह बयान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की दोहरी नीति को उजागर करता है—एक ओर आतंक के खिलाफ दिखावटी लड़ाई और दूसरी ओर उन्हें पनाह देना।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
'ऑपरेशन सिंदूर' भारतीय सेना द्वारा हाल ही में सीमापार किए गए एक जवाबी अभियान का नाम है, जिसमें आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस ऑपरेशन का उद्देश्य भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त आतंकी संगठनों को जड़ से खत्म करना था। इसे भारत की ‘जीरो टॉलरेंस फॉर टेररिज्म’ नीति का एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय समर्थन में इजाफा
प्रीति पटेल जैसे वरिष्ठ अंतरराष्ट्रीय नेताओं का समर्थन भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को वैश्विक वैधता देता है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि अब विश्व समुदाय पाकिस्तान के रवैये को लेकर अधिक जागरूक हो रहा है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने इस अंतरराष्ट्रीय समर्थन का स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, "यह वक्त की मांग है कि दुनिया आतंक के खिलाफ एकजुट हो और दोहरे मापदंड अपनाने वालों को बेनकाब करे।"
निष्कर्ष
प्रीति पटेल का यह बयान न केवल भारत के प्रति वैश्विक समर्थन को दर्शाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि आतंकवाद को पनाह देने वाले देशों को अब दुनिया चुपचाप देखने वाली नहीं है। 'ऑपरेशन सिंदूर' केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की आत्मरक्षा की दृढ़ घोषणा है—जिसे अब अंतरराष्ट्रीय मंचों से भी समर्थन मिल रहा है।