कुमुद वर्मा (अहमदाबाद) | पत्रकारिता प्रशिक्षण का सत्र एक निहित अनुसूची के अंतर्गत सत्र शुरू हुआ। इसमें 11 राज्यों से प्रशिक्षणार्थी व ब्यूरो सदस्य उपस्थित थे। ब्यूरो की ओर से श्री कुमुद रंजन सिंह गीता कौर एवं सुप्रिया सिंह जी उपस्थित रहे। पूरा समय प्रशिक्षणार्थीयों के साथ तन्मयता से बने रहे। पत्रकारिता से संबंधित विभिन्न विषयों के प्रश्नोत्तर के रूप में विस्तृत जानकारी दी ।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को समर्पित रहा चौथा दिन
रेडियो और दूरदर्शन एवं अन्य इलेक्ट्रोनिक माध्यमों के बारे में बताते हुए इस सत्र को शुरू किया गया। वरिष्ठ पत्रकार दैनिक जागरण ब्यूरो प्रमुख नालंदा श्री रजनीगाजी उपस्थित रहे। उन्होंने अहम सवालों का जवाब दिया जैसे कि पत्रकारिता किसके लिए कर रहे हैं? क्यों कर रहे हैं? क्या नहीं लिखना? और, क्या लिखना है. प्रभावित करने वाली खबरों को? लिखना जरूरी नहीं। ऐसा उन्होंने बताया। किस तरह के फ़ोटोग्राफ़ अखबार में लगाए जाने चाहिए। पत्रकारिता, पत्रकार का गौरव है. उसको अहंकार में नहीं रहना और प्रभावित नहीं करना चाहिए।
फेक न्यूज के बारे में उन्होंने कहा कि जो गलत है वो गलत ही है। इसके बाद इस सत्र को संगठन के राष्ट्रीय महासचिव कुमुद रंजन सिंह ने आगे बढ़ाया। वाइरल न्यूज के बारे में खबरों को लिखने की सावधानी, शैली, उल्टा पिरामिड इत्यादि के बारे में समझाया। अपने अनुभवों पर आधारित घटनाओं द्वारा उन्होंने प्रशिक्षणार्थीयों को सफलतापूर्वक बताया, सिखाया और समझाया। उन्होंने फिर से एक बार याद दिलाया कि आप समाज के लिए हैं। जो खबरें आप दें, सोच समझ कर लिखें। प्रभावित होकर ना लिखें, मनन करें। मंथन करें और संगठित रहें।
उद्देश्य पूर्ति के लिये काम करें। चुनौतियाँ बहुत हैं।
उनका वक्तव्य अनुभव से ओतप्रोत था। उन्होंने चुनौतियाँ स्वीकार करना, शब्द विन्यास, सच्चा, आम बोलचाल की भाषा में, सरल शब्द, छोटे वाक्य संरचना पर बल दिया।
फोटो किस तरह के लिए जाएं, शब्द कैसे उपयोग में किये जाएं और किस तरह के लेखन से शुरुआत करनी चाहिए?, कौन-कौन से कॉलम पर अखबार में ध्यान देना चाहिए? इस विषय में प्रशिक्षणार्थीयों का ज्ञान वर्धन किया।
नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन की सुप्रिया सिंह ने पत्रकारिता से संबंधित विभिन्न प्रश्नों के उत्तर बताए। आज पूरा सत्र महत्वपूर्ण जानकारी से परिपूर्ण था। सत्र बहुत ही महत्वपूर्ण रहा।