पटना | बिहार की राजनीति में एक नए नाम की एंट्री हुई है, जीतनराम मांझी की बहू दीपा मांझी ने राजनीति में अपनी पहली कदम रखी है। एनडीए ने बिहार विधानसभा उपचुनाव के लिए इमामगंज सीट पर दीपा मांझी को अपनी उम्मीदवार बनाया है।
दीपा मांझी का राजनीतिक परिचय
दीपा मांझी हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री संतोष कुमार सुमन की पत्नी हैं। वह जीतनराम मांझी की बहू हैं, जो खुद एक अनुभवी राजनेता हैं और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
जीतनराम मांझी की राजनीतिक विरासत
जीतनराम मांझी का राजनीतिक करियर बहुत उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। उन्होंने 1980 में विधायक के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की और बाद में बिहार के मुख्यमंत्री भी बने। उनकी राजनीतिक विरासत अब उनकी बहू दीपा मांझी के हाथों में है।
दीपा मांझी की चुनौतियां और अवसर
दीपा मांझी के लिए यह एक बड़ी चुनौती होगी कि वह अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाएं और इमामगंज सीट पर जीत हासिल करें। लेकिन यह भी एक बड़ा अवसर है कि वह अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करें और अपनी पहचान बनाएं।
एनडीए की रणनीति
एनडीए के लिए यह एक महत्वपूर्ण फैसला है कि उन्होंने दीपा मांझी को अपनी उम्मीदवार बनाया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि एनडीए जीतनराम मांझी की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाना चाहता है और दीपा मांझी को एक महत्वपूर्ण भूमिका में लाना चाहता है।