पटना | पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के आह्वान पर आज पाटलिपुत्र अंचल में नगर निगम के कर्मचारियों ने एक अहम आम सभा आयोजित की। इस सभा में निगम कर्मियों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई और उनके समाधान के लिए संघर्ष की शुरुआत का ऐलान किया गया। सभा की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश सिंह ने निगम में भ्रष्टाचार और कर्मचारियों के उत्पीड़न की घटनाओं पर गहरी चिंता जताई और कहा कि समन्वय समिति ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी, जो कार्य करने वाले कर्मियों को प्रताड़ित कर रहे हैं।
प्रमुख मुद्दे और समिति की स्थिति
सभा में चन्द्रप्रकाश सिंह ने स्पष्ट किया कि समन्वय समिति का उद्देश्य निगम में होने वाली चोरी या मानव बल की चोरी को रोकना नहीं है, लेकिन जो कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभा रहे हैं, उन्हें भ्रष्ट तत्वों द्वारा परेशान करने की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विशेष रूप से वार्ड पार्षदों और सफाई निरीक्षकों द्वारा कर्मचारियों की हाजिरी को नकारे जाने के मामले में समन्वय समिति ने नगर आयुक्त से तत्काल जांच की मांग की।
कार्यकारी अध्यक्ष रामयत्न प्रसाद ने कहा, "जो नगर पार्षद कर्मचारियों को परेशान करेगा, उसके खिलाफ समन्वय समिति सख्त कार्रवाई करेगी, और हम ऐसे व्यक्तियों को उनके कार्यालय में ही घेर लेंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि निगम के पदाधिकारी, चाहे वे नगर प्रबंधक हों, मुख्य सफाई निरीक्षक हों या सफाई निरीक्षक, यदि वे कर्मियों को प्रताड़ित करते हैं, तो उनके खिलाफ भी समन्वय समिति कार्रवाई करेगी।
लंबे संघर्ष के बाद पुनः आन्दोलन का निर्णय
समिति के प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार ने कहा कि, "हमने लंबे समय तक प्रयास किया, लेकिन अधिकारी लगातार कर्मचारियों को परेशान कर रहे हैं और उनकी मांगों की अनदेखी कर रहे हैं। इसलिए हमें फिर से आन्दोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है।" उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों में कार्यपालक पदाधिकारी के साथ मासिक बैठक के दौरान कुछ स्थानीय समस्याओं का समाधान हुआ है, लेकिन कर्मचारी नियमितकरण और आउटसोर्स व्यवस्था को समाप्त करने की मांग अभी भी लंबित है।
निगम बोर्ड में बढ़ते विवाद
समिति के नेताओं ने यह भी चेतावनी दी कि निगम बोर्ड में अध्यक्ष के खिलाफ आवाज उठाने वाले पार्षदों के खिलाफ निगरानी से जांच कराए जाने की मांग की गई है। उन्होंने पार्षदों को चुनौती दी कि अगर वे मामले की जांच नहीं कराते, तो समन्वय समिति उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेगी।
कार्यपालक पदाधिकारी से मासिक बैठक में समाधान
आम सभा के बाद समन्वय समिति के प्रतिनिधियों की कार्यपालक पदाधिकारी पुण्या तरु से मासिक बैठक हुई, जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि गांधी मैदान में सुपर सकर के चालक का वेतन बढ़ाने की अनुशंसा कर दी गई है और दो एजेंसी कर्मियों का वेतन कम होने के मुद्दे पर टेक्निकल एजेंसी को इसे ठीक करने का आदेश दिया गया है।
उन्होंने कर्मचारियों को यह आश्वासन दिया कि अगर नीचे के अधिकारी किसी समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं, तो वे सीधे उनके पास आकर शिकायत कर सकते हैं, और वे अपनी ओर से उसका समाधान सुनिश्चित करेंगी।
आगामी कार्यक्रम
समिति की ओर से आगामी 12 नवम्बर, मंगलवार को नूतन राजधानी अंचल में एक और आम सभा और मासिक बैठक आयोजित की जाएगी, जहां कर्मचारियों की समस्याओं को और विस्तार से उठाया जाएगा।
इस सभा में समन्वय समिति के प्रमुख सदस्य चन्द्रप्रकाश सिंह, रामयत्न प्रसाद, जितेन्द्र कुमार, नीरज कुमार वर्मा, राकेश कुमार, भीम राज, सुजित पासवान और चन्दन मिश्र सहित अन्य प्रमुख सदस्य उपस्थित थे। निगम प्रशासन की ओर से कार्यपालक पदाधिकारी पुण्या तरु, कार्यपालक सहायक नीमा सिन्हा, मुख्य सफाई निरीक्षक जितेन्द्र कुमार, नगर प्रबंधक त्रिपुरारी शरण, संजय, और राजस्व पदाधिकारी नवीन मिश्रा ने भी बैठक में भाग लिया।
समिति का यह आंदोलन स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि नगर निगम के कर्मचारी अपने अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए मजबूती से खड़े हैं और किसी भी स्तर पर उनके साथ अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे।