वैशाली जिले के जन्दाहा प्रखण्ड में भारतरत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर वाया नदी के तट पर नव-निर्मित बाबा साहब की 8 फीट ऊँची विशाल प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम की शुरुआत जन्दाहा बाजार स्थित मुनेश्वर चौक से हुई, जहाँ से पूर्व मुखिया दिलीप राय एवं पूर्व प्रमुख प्रेम शंकर पासवान के नेतृत्व में बैंड-बाजे के साथ एक भव्य जुलूस निकाला गया। जुलूस पेट्रोल पंप होते हुए प्रखण्ड परिसर स्थित बाबा साहब की प्रतिमा स्थल पहुँचा, जहाँ पुष्पांजलि अर्पित की गई। इसके उपरांत जुलूस थाना होते हुए वाया नदी तट पर नव-निर्मित प्रतिमा स्थल पहुँचा।
यहाँ नगर पंचायत अध्यक्ष धर्मशीला देवी की अध्यक्षता में भव्य समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें नगर पंचायत उपाध्यक्ष सरिता देवी, पूर्व प्रमुख रामनाथ रमण, पूर्व मुखिया संजीव गुप्ता, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज झा, पूर्व मुखिया विनोद कुमार चौधरी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने बाबा साहब के जीवन दर्शन और उनके योगदान पर विस्तृत चर्चा की। पूर्व प्रमुख एवं चौहरमल विचार मंच के राष्ट्रीय संयोजक प्रेम शंकर पासवान ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान के माध्यम से समता मूलक समाज की स्थापना की, लेकिन आज कुछ राजनीतिक शक्तियाँ उनके संविधान को कमजोर करने की साजिश कर रही हैं, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
वहीं, राजद के युवा प्रदेश महासचिव एवं पूर्व मुखिया दिलीप राय ने कहा कि वाया नदी तट पर पूर्व में भी बाबा साहब की प्रतिमा थी, लेकिन अब यहाँ जो विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है, वह न सिर्फ जिले बल्कि पूरे बिहार के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
इस आयोजन ने जन्दाहा में सामाजिक समरसता और संविधान के मूल्यों के प्रति जागरूकता को नया आयाम दिया। समारोह में शामिल लोगों ने बाबा साहब के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।