बिहार में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है और आने वाले दिनों में इसका असर आम जनजीवन पर देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने राज्य के 32 जिलों में भारी बारिश, तेज आंधी और वज्रपात को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। 15 और 16 मई को पूरे बिहार में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ रहेगा। इस दौरान लोगों को सतर्क और सावधान रहने की सलाह दी गई है।
कहाँ-कहाँ रहेगा खतरा?
मौसम विभाग के मुताबिक जिन जिलों में तेज बारिश और आंधी की संभावना जताई गई है, उनमें राज्य की राजधानी पटना, गया, नालंदा, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, बेगूसराय, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, सहरसा, सुपौल, खगड़िया, भागलपुर, मुंगेर, जमुई, बांका और अररिया जैसे प्रमुख जिले शामिल हैं। इन इलाकों में तेज हवाएं चलने, बिजली गिरने और पेड़ व खंभे गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और नेपाल क्षेत्र से आ रही नमी के कारण बिहार के उत्तर और मध्य हिस्सों में भारी बारिश के हालात बन रहे हैं। इसके साथ ही वज्रपात (Lightning Strike) और गरज-चमक के साथ बारिश के भी आसार हैं।
येलो अलर्ट का मतलब क्या है?
येलो अलर्ट का मतलब होता है संभावित खतरे की चेतावनी। यह अलर्ट दर्शाता है कि मौसम में परिवर्तन होने वाला है और सावधानी बरतने की जरूरत है। इसमें दैनिक गतिविधियों पर आंशिक असर पड़ सकता है और यात्रा या खुले स्थानों में रहने से बचने की सलाह दी जाती है।
सावधानी ही सुरक्षा
मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम की ताज़ा जानकारी पर नजर बनाए रखें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।
* बिजली गिरने के समय पेड़ों के नीचे या खुले मैदानों में न रहें।
* मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग सावधानी से करें।
* किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों की कटाई और भंडारण में तेजी लाएं।
* नदी या जलाशयों के पास जाने से बचें।
बिहार के लिए आने वाले दो दिन चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। बारिश और आंधी से राहत के साथ-साथ दिक्कतें भी हो सकती हैं। ऐसे में जनता को चाहिए कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें और सुरक्षित रहें।