पटना – बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की TRE 3 यानी तीसरे चरण की शिक्षक बहाली प्रक्रिया में बड़ी प्रगति देखने को मिली है। चयनित कुल 51,389 शिक्षकों में से 15,528 शिक्षकों को आखिरकार उनके स्कूलों में पोस्टिंग मिल गई है। वर्षों की तैयारी और लंबे इंतजार के बाद इन शिक्षकों को अब जाकर अपने-अपने जिलों में विद्यालय आवंटित कर दिए गए हैं।
मार्च 2025 में ही BPSC ने सफल अभ्यर्थियों को औपबंधिक नियुक्ति-पत्र (Provisional Appointment Letters) जारी कर दिए थे, लेकिन उनके कार्यस्थल यानी स्कूलों का आवंटन नहीं हो सका था। यही कारण रहा कि हज़ारों शिक्षक अपने पदस्थापन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
राज्य शिक्षा विभाग के अनुसार, आगामी एक सप्ताह के भीतर सभी चयनित शिक्षकों को स्कूल आवंटित कर दिए जाएंगे। इस प्रक्रिया के तहत राज्यभर के प्राथमिक, मध्य और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विषयवार एवं वर्गवार शिक्षकों को तैनात किया जा रहा है।
जिला स्तर पर जारी हुई पोस्टिंग
शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, शिक्षकों को जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) के माध्यम से उनके कार्यस्थल की जानकारी दी जा रही है। इस बार पोस्टिंग प्रक्रिया को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से तेज़ी से संपन्न किया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता बनी रहे और अभ्यर्थियों को अनावश्यक भाग-दौड़ से राहत मिले।
शिक्षकों की प्रतिक्रिया
अपनी पोस्टिंग पाने वाले कई शिक्षकों ने खुशी जाहिर की है। पटना के एक चयनित शिक्षक ने बताया, “तीन साल की तैयारी और परीक्षा के बाद जब नियुक्ति-पत्र मिला था तो लगा सपना पूरा हुआ। लेकिन जब तक पोस्टिंग नहीं हुई थी, मन में असमंजस बना हुआ था। अब खुशी है कि मैं बच्चों को पढ़ा पाऊंगा।”
आगे की प्रक्रिया
पोस्टिंग के बाद शिक्षकों को अपने-अपने विद्यालयों में ज्वाइनिंग रिपोर्ट देनी होगी, जिसके बाद वे नियमित रूप से शिक्षण कार्य शुरू कर सकेंगे। शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि ज्वाइनिंग प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी या बाधा न हो।
निष्कर्ष
BPSC TRE 3 की यह नियुक्ति प्रक्रिया न केवल बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि उन हज़ारों अभ्यर्थियों के लिए आशा की किरण है जिन्होंने वर्षों से इस पल का इंतजार किया था। आने वाले दिनों में जैसे-जैसे बाकी शिक्षकों की पोस्टिंग भी पूरी होगी, राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था को नई गति मिलने की उम्मीद है।