त्रासदी ने छीना मासूम से मां-बाप का साया, शोक संवेदना व्यक्त करने मलंगिया पहुंचे राजद नेता आसिफ अहमद

Prashant Prakash
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रहिका | एक दिल दहला देने वाली पारिवारिक त्रासदी के बाद रहिका प्रखंड के मलंगिया पंचायत वार्ड संख्या-12 स्थित पासवान टोल में मातम पसरा हुआ है। यहां 25 वर्षीय संजीत पासवान के असामयिक निधन की खबर से पूरा गांव गमगीन है।

जैसे ही यह खबर फैली, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के युवा प्रदेश महासचिव और समाजसेवी आसिफ अहमद शोक व्यक्त करने स्वर्गीय संजीत के घर पहुंचे। उन्होंने दुखी परिजनों से मिलकर संवेदना प्रकट की और उन्हें ढांढस बंधाया।

बताते चलें कि स्वर्गीय संजीत पासवान तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनका जीवन पहले ही अनेक दुखों से घिरा हुआ था—उनकी पत्नी का निधन दो वर्ष पूर्व, जबकि पिता लगभग 20 दिन पहले चल बसे थे। और अब संजीत भी कुछ दिन की बीमारी के बाद रविवार सुबह 9 बजे अपने घर पर इस दुनिया को अलविदा कह गए।

इस दर्दनाक घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया है, लेकिन सबसे ज्यादा असर पड़ा है मृतक के तीन वर्षीय पुत्र विश्वास कुमार पर, जो अब अनाथ हो चुका है। मासूम बच्चे को देखकर हर किसी की आंखें नम हो जा रही हैं। गांव के लोग उस बालक की हालत देखकर अपने आंसू नहीं रोक पा रहे हैं।

राजद नेता आसिफ अहमद ने कहा –

> “यह केवल एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की पीड़ा है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले और मासूम विश्वास को एक उज्जवल भविष्य और संबल मिले।”

शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में कई स्थानीय प्रतिनिधि और ग्रामीण भी मौजूद थे, जिनमें मलंगिया पंचायत अध्यक्ष रामकुमार कुशवाहा, वार्ड सदस्य रामसागर यादव, दुखी यादव, सुखर यादव, रामाशीष यादव, गोविन्द पासवान, बासुदेव पासवान, मकेश्वर पासवान, रामसेवक पासवान, मदन पासवान, भूखल यादव सहित अन्य ग्रामीणों ने भाग लिया।

               यह घटना केवल एक व्यक्ति की मृत्यु नहीं, बल्कि सामाजिक पीड़ा और भावनात्मक विछोह का प्रतीक बन गई है। समाजसेवी नेताओं की उपस्थिति और सहयोग ऐसे समय में परिवार के लिए सहारा बनता है, और समाज में मानवीयता की भावना को जीवित रखता है।

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