पटना जिले के दुल्हिन बाजार थाना क्षेत्र में सोमवार देर शाम बालू माफियाओं की दबंगई एक बार फिर सामने आई, जब खनन विभाग की टीम पर अचानक जानलेवा हमला कर दिया गया। अवैध खनन रोकने पहुंची टीम पर माफियाओं ने न सिर्फ पथराव किया, बल्कि ट्रैक्टर चढ़ाकर जवानों को कुचलने की कोशिश भी की। इस हमले में सैप के जवान दुखहरण पासवान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य जवान लक्ष्मण सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए।
कैसे हुआ हमला? प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई घटना की पूरी कहानी
जानकारी के अनुसार, खनन विभाग की टीम के साथ सुरक्षा में तैनात सैप जवान दुल्हिन बाजार के पास अवैध बालू लदे ट्रैक्टरों की जांच कर रहे थे। इसी दौरान माफियाओं के एक गिरोह ने अचानक टीम पर हमला कर दिया।
पहले माफियाओं ने ट्रैक्टरों को तेज रफ्तार में भगाने की कोशिश की और जब टीम ने रोकने की कोशिश की, तो एक ट्रैक्टर सीधे जवानों की ओर मोड़ दिया गया।
इस दौरान जवान दुखहरण पासवान ट्रैक्टर की चपेट में आ गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
घायल जवान की हालत गंभीर
सैप जवान लक्ष्मण सिंह गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है। डॉक्टरों की टीम लगातार इलाज में जुटी हुई है।
घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप
घटना की जानकारी मिलते ही पटना के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, एसएसपी से लेकर ग्रामीण एसपी तक, सभी टीमें मौके पर पहुंचीं।
पूरे इलाके में अलर्ट जारी करते हुए नाकाबंदी कर दी गई है।
गांवों से लेकर मुख्य सड़कों तक पुलिस की कई टीमें तलाशी अभियान चला रही हैं।
अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई तेज
अधिकारियों का कहना है कि फरार माफियाओं की पहचान कर ली गई है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
पिछले कुछ महीनों से दुल्हिन बाजार, बाढ़, मनियर और विक्रम क्षेत्र में अवैध बालू खनन की शिकायतें लगातार बढ़ी हैं, जिसके बाद खनन विभाग ने सख्त अभियान शुरू किया था।
माफियाओं की ओर से पहले भी कई बार टीम पर हमला करने की घटनाएँ सामने आ चुकी हैं, लेकिन इस बार घटना बेहद खतरनाक और घातक साबित हुई।
जवान की शहादत पर शोक
जवान दुखहरण पासवान की मौत से विभाग और पुलिस बल में गहरा आक्रोश है।
साथ ही उनके परिवार को सूचना दे दी गई है और प्रशासन उनके अंतिम संस्कार में राज्य सम्मान देने पर विचार कर रहा है।
