बिहार में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया के साथ ही विधानसभा की औपचारिकताएँ भी शुरू हो गई हैं। सबसे पहले प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति होगी, जो नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने की जिम्मेदारी निभाते हैं। परंपरा के अनुसार सबसे वरिष्ठ विधायक को यह दायित्व दिया जाता है, लेकिन इस बार राजनीति का पारा थोड़ा चढ़ा हुआ है।
प्रोटेम स्पीकर पद पर JDU और BJP के बीच खींचतान
एनडीए गठबंधन में रहते हुए भी JDU और BJP दोनों ही प्रोटेम स्पीकर पद पर दावा कर रही हैं। आमतौर पर यह पद विवाद रहित होता है, लेकिन इस बार सरकार गठन के समीकरणों के कारण यह अहम माना जा रहा है।
BJP के तीन बड़े नाम रेस में
सूत्रों के अनुसार BJP ने प्रोटेम स्पीकर/स्पीकर पद के लिए तीन नाम आगे बढ़ाए हैं—
विजय कुमार सिन्हा
प्रेम कुमार
रामकृपाल यादव
ये तीनों वरिष्ठ नेता हैं और विधानसभा कार्यप्रणाली का लंबा अनुभव रखते हैं। इसी वजह से पार्टी इन्हें मजबूत दावेदार मान रही है।
JDU भी उतार सकती है अपना उम्मीदवार
जेडीयू की तरफ से भी इस पद पर दावेदारी जताई जा रही है। माना जा रहा है कि गठबंधन के अंदर सामंजस्य के साथ अंतिम नाम तय किया जाएगा, लेकिन वर्तमान हालात देखते हुए दोनों दलों के बीच चर्चा और राजनीतिक गणित तेज हो गया है।
आगे क्या?
प्रोटेम स्पीकर के चयन के बाद ही विधायकों के शपथ ग्रहण और बाद में स्थायी स्पीकर के चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। ऐसे में यह पद सत्ता संतुलन और राजनीतिक संदेश दोनों की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
