हाजीपुर | श्री धर्मस्थला मंजुनाथेश्वर शिक्षण ट्रस्ट व केनरा बैंक प्रायोजित रूडसेट संस्थान में आज स्वर्गीय डॉक्टर रघुवंश प्रसाद सिंह पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री, भारत सरकार के लिए चौथी पुण्यतिथि सभा का आयोजन किया गया। सभा में ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के बिहार राज्य के राज्य निदेशक आशु मोहन चौधरी, रुडसेट संस्थान के निदेशक सुनिल कुमार सहित सभी संस्थान के सभी सदस्य और मुर्गी पालन व विमेन टेलर के सभी प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे।
इस मौके पर ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के बिहार राज्य के राज्य निदेशक आशु मोहन चौधरी ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह जी एक ईमानदार, मददगार ह्रदय वाले, कर्मठ और ग्रामीण विकस हेतु समर्पित महान पुरुष थे। उन्होने कहा कि बेरोजगारी की भयावहता से निजात दिलाने वाले तथा ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के माध्यम से उत्पादक परिसंपत्तियों का सृजन कर ग्रामीण विकास का मार्ग प्रशस्त करने वाले राजनीति के सुचिता के प्रतीक शालका पुरुष रघुवंश बाबू को मेरी श्रद्धांजलि।
आगे उन्होंने यह भी बताया कि यह उनकी दुर्दर्शिता ही थी कि जब वे ग्रामीण विकास मंत्री थे तब वे 1982 से चल रहे रूडसेट संस्थान उजीरे, खुद ही जाकर बेहतर प्रशिक्षण का प्रबंधन देखा था। उसी समय वे रूडसेट संस्थान के अधयक्ष और धर्माधिकारी डॉक्टर डी वीरेंद्र हेग्ग्डे जी से धर्मस्थल, कर्नाटका ने मिलकर इसे देश के हर एक जिले में स्थपित करने हेतु अपनी बात रखी। इसी के तहत 30 जनवरी 2008 रूडसेट संस्थान हाजीपुर स्थपित हुआ। मालूम हो कि आरसेटी अग्रणी बैंको के द्वारा संचलित होते हैं। भारत के हर जिले में आरसेटी स्थापना हेतु इनका प्रयास अतुलनीय है।
उन्होंने कहा कि आज 600 आरसेटी (ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थानो ) के माध्यम से लगभाग 55 लाख लोग प्रशिक्षण प्राप्त किया है। उन्मे से लगभग 75 प्रतिशत लोग आत्मनिर्भर बने है। राज्य निदेशक ने उपस्थित सभी प्रशिक्षणार्थीयों को प्रेरित करते हुए कहा कि जमीन से जुड़े जनप्रिय एक महान विभूति स्वर्गीय डॉक्टर रघुवंश प्रसाद सिंह जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि तब होगी जब आप और हम सभी उनके सादगी, इमानदरी, कर्मठता और उनके आदर्श को अपने जीवन मे अमल कर कार्य करेंगे।
इस मौके पर पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री के तैलचित्र पर पुश्पर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए सुनील कुमार, निदेशक, रूडसेट संस्थान, हाजीपुर ने कहा कि ग्रामीण भारत के उत्थान के लिए भारत में बेरोजगारी को दूर करने के लिए युवाओं के तकनीकी व प्रबंधकीय प्रशिक्षण दिलाने के लिये चर्चित रूडसेट संस्थान (ग्रामीण विकास व स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान ) के तर्ज पर आरसेटी (ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थानो ) की स्थापना में उनका अहम योगदान रहा है। संस्थान निदेशक ने कहा कि आज उन्हीं के सोच का यह परिणाम है कि भारत के लगभग 600 जिलों में ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान युवाओं के बीच कौशल विकास करने में अपनी अहम योगदान दे रहा है।
इन्होंने देश को मनरेगा जैसी योजना को देश को समर्पित किया और बेरोजगारी निजात दिलाने में भारत को एक महत्वपूर्ण अस्त्र भी प्रदान किया। आज उन्हीं के सोच का परिणाम है कि रुडसेट संस्थान हाजीपुर से करीब 15 हजार लोगों ने स्वरोजगारपरक निशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त किया है। जिनमे से करीब 11 हजार से ज्यादा लोग रोजगार शुरू कर आत्मनिर्भर बने है साथ ही दूसरे लोगों को भी रोजगार मुहैया करवाया है।
इस कर्यक्रम का संचालन संस्थान के वरीय संकाय सदस्य अजीत कुमार ने किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के संकाय ठाकुर सोनू कुमार सिंह ने किया। इस मौके पर संस्थान के वर्तमान प्रशिक्षणार्थी, वरीय कार्यालय सहायक विनोद कुमार सिंह, कार्यालय सहायक मोहबी कुमार, तकनीकी प्रशिक्षक उर्वशी पाठक, राजेश कुमार आदि उपस्थित थे।