मोतिहारी | सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से नए पीकू अस्पताल का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। आज सदर अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) सुश्री श्वेता भारती ने अस्पताल का मुआयना किया और पीकू भवन को शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।
नए पीकू भवन का निरीक्षण, जल्द कार्यान्वयन की तैयारी
एसडीएम श्वेता भारती ने अस्पताल परिसर में स्थित नए पीकू भवन का निरीक्षण किया और वहां की स्थिति को लेकर कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से कहा कि नए पीकू भवन को जल्द से जल्द प्रारंभ किया जाए ताकि गंभीर रूप से बीमार बच्चों को बेहतर इलाज मिल सके। निरीक्षण के दौरान उनके साथ प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. श्रवण कुमार पासवान, जिला कार्यक्रम प्रबंधक विश्वमोहन ठाकुर, अस्पताल प्रबंधन के कौशल कुमार दुबे, पीकू के नोडल पदाधिकारी डॉ. पंकज कुमार और एसएनसीयू नोडल पदाधिकारी डॉ. कुमार अमृतांशु भी मौजूद थे।
स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए कड़े निर्देश
एसडीएम ने अस्पताल के आसपास जमा हुई मिट्टी को तुरंत हटाने और परिसर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने दिव्यांग कार्यालय में कार्यरत लिपिक मोहम्मद सुल्तान और डाटा ऑपरेटर नंदन कुमार को चेतावनी देते हुए स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का आदेश दिया।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और यदि किसी चिकित्सक या कर्मचारी की लापरवाही पाई जाती है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अस्पताल की इलाज व्यवस्था का जायजा
एसडीएम ने इस दौरान अस्पताल के ओपीडी, इमरजेंसी वार्ड, दवाखाना, मरीज वार्ड, ब्लड बैंक और रजिस्ट्रेशन काउंटर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों से इलाज की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली और अस्पताल की स्वच्छता और सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित किया।
आगे की योजना और उम्मीदें
एसडीएम श्वेता भारती ने यह स्पष्ट किया कि जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए यह जरूरी है कि सभी अस्पतालों में त्वरित कार्रवाई की जाए। पीकू अस्पताल का कार्यान्वयन बच्चों के इलाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जिससे गंभीर बीमारियों का इलाज तुरंत और प्रभावी तरीके से किया जा सकेगा।
इस निरीक्षण से यह स्पष्ट हो गया कि मोतिहारी जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है, और अब नए पीकू भवन के शुरू होने से बच्चों के इलाज में एक नई उम्मीद जुड़ने जा रही है।