'हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बखरी' का राज्य टीम द्वारा निरिक्षण, एनक्वास प्रमाणीकरण के लिए तैयार

Prashant Prakash
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मोतिहारी | जिले के "हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पताहीं बखरी" को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणीकरण के लिए राज्य से आई एक टीम द्वारा आज निरिक्षण किया गया। यह निरीक्षण सेंटर के स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने और प्रमाणीकरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया। 

राज्य टीम के सदस्यों डॉ रजनीश और राजाराम पाण्डेय ने बखरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का बारीकी से मूल्यांकन किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्थानीय मरीजों से दवा, जांच और चिकित्सा सुविधाओं के बारे में जानकारी ली और सेंटर की कार्यप्रणाली का मूल्यांकन किया। 

इस सेंटर में करीब 9,000 की आबादी को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं, जिसमें 131 प्रकार की दवाएं और 14 प्रकार की जांचें उपलब्ध हैं। डॉ रजनीश और राजाराम पाण्डेय ने सीएचओ महबूब अली और एएनएम वेदांत प्रिया से इमरजेंसी सेवाओं, एनसीडी स्क्रीनिंग, योगा गतिविधियों, और अन्य स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों की जांच की। इसके अलावा, मरीजों के रिकॉर्ड, शौचालय, पीने के पानी, और अन्य जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर की भी समीक्षा की गई।

व्यवस्था में सुधार के लिए दिशा-निर्देश
एनक्यूएएस प्रमाणीकरण की दिशा में आगे बढ़ते हुए, डॉ रजनीश ने बखरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सीएचओ और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। इन निर्देशों में शामिल हैं:

- टीबी स्क्रीनिंग की प्रक्रिया को सुधारना।
- मरीजों का व्हाट्सप्प ग्रुप तैयार कर नियमित स्वास्थ्य पर ध्यान देना।
- शुगर और बीपी की जांच कर, हाइपरटेंशन और शुगर के मरीजों का नियमित फॉलोअप करना।
- रैली और विशेष कार्यक्रमों का आयोजन करके समुदाय में जागरूकता बढ़ाना।
- सोशल मीडिया और पोर्टल के माध्यम से स्वास्थ्य जागरूकता अभियान को फैलाना।

इसके अतिरिक्त, उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र की इमरजेंसी सेवाओं और रोगियों के इलाज में सुधार लाने के लिए भी कई अहम सुझाव दिए।

एनक्यूएएस प्रमाणीकरण की प्रक्रिया और लाभ
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी भारत भूषण ने बताया कि राज्य स्तरीय टीम द्वारा पताहीं प्रखंड के "हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बखरी" को चयनित किया गया है। अब अगले चरण में केंद्रीय टीम का निरीक्षण होगा, जिसके बाद एनक्यूएएस प्रमाणीकरण के लिए आवेदन किया जाएगा। यदि 70% या उससे अधिक स्कोर मिलता है, तो सेंटर को *नेशनल सर्टिफिकेशन* प्राप्त होगा। इस प्रमाणीकरण के बाद, इस स्वास्थ्य केंद्र को प्रतिवर्ष 1,26,000 रुपये की राशि मिलेगी, जिसका उपयोग अस्पताल के उन्नयन और सुधार के लिए किया जाएगा।

कायाकल्प पुरस्कार और अन्य उपलब्धियाँ
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मोहनलाल प्रसाद ने बताया कि बखरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को पहले ही *"कायाकल्प"* पुरस्कार मिल चुका है, जो इस केंद्र की उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं का प्रमाण है। इस केंद्र से बखरी, सरैया गोपाल, महमादा, बेतुना और आसपास के गांवों के लोग स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करते हैं।

भारत सरकार केवल उन स्वास्थ्य केंद्रों को गुणवत्ता प्रमाण पत्र देती है, जो आठ मानकों पर खरे उतरते हैं। बखरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ने इन मानकों को पूरा कर दिखाया है, जो इसे और भी महत्व प्रदान करता है।

टीम की उपस्थिति और समन्वय
राज्य स्तरीय टीम में डॉ रजनीश, राजाराम पाण्डेय, वरिय कार्यक्रम पदाधिकारी, डीपीसी भारत भूषण, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मोहनलाल प्रसाद, डॉ शंकर बैठा, जिला पार्षद श्याम सुन्दर सिंह उर्फ गुड्डू सिंह, पिरामल स्वास्थ्य से राजेश गिरी, सिफार से सिद्धांत कुमार, सीएचओ महबूब अली, एएनएम वेदांत प्रिया और अन्य लोग उपस्थित थे।

इस निरीक्षण के बाद, बखरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सेवाओं को और भी बेहतर बनाने के लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे, जिससे यह केंद्र जल्द ही एनक्यूएएस प्रमाणीकरण प्राप्त कर सके और क्षेत्र के लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर सके।

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