समस्तीपुर | जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के भगीरथपुर गांव में हत्या और पुलिस पर हमला करने के आरोपी मोहम्मद रुकसार के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। न्यायालय के आदेश पर बुधवार को पुलिस बल ने रुकसार के घर की कुर्की और जप्ती की प्रक्रिया शुरू की, हालांकि, इसी बीच आरोपी ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया, जिससे कार्रवाई पर अस्थायी रोक लग गई।
घटना का पृष्ठभूमि
मोहम्मद रुकसार पर आरोप है कि उसने 10 नवंबर को मथुरापुर पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के दौरान अपने समर्थकों के साथ मिलकर पुलिसकर्मियों पर हमला किया और सरकारी कार्य में बाधा डाली। उस वक्त पुलिस बल मथुरापुर गांव में हत्या के आरोपी रुकसार को गिरफ्तार करने के लिए गई थी, लेकिन समर्थकों द्वारा किए गए हमले में पुलिसकर्मी घायल हो गए और आरोपी फरार हो गया।
इस मामले में मथुरापुर थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार ने आरोपी के साथ ही उसके पांच अन्य सहयोगियों और सात अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ कल्याणपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी के घर पर कुर्की और जप्ती का आदेश लिया।
कुर्की और जप्ती की कार्रवाई
बुधवार की सुबह, डीएसपी विजय महतो के नेतृत्व में पुलिस बल ने आरोपी रुकसार के घर के पास स्थित एनजीओ द्वारा चलाए जा रहे विद्यालय की संपत्ति को कुर्क करने की शुरुआत की। जेसीबी मशीन से अन्य सामानों को भी नष्ट करने का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन इसी दौरान जानकारी मिली कि आरोपी रुकसार ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है।
डीएसपी ने तत्काल कुर्की की प्रक्रिया रोक दी और जप्त किए गए सामान को बगल स्थित गीर के पास एक जिमनामा के तहत सुरक्षित करने की व्यवस्था की। आत्मसमर्पण के बाद रुकसार को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
पुलिस का रुख
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि आरोपी और उसके समर्थकों द्वारा किए गए हमले को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मथुरापुर थाना पुलिस के मुताबिक, आरोपी रुकसार का सहयोगी और उसके समर्थक अभी तक फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस ने यह भी कहा कि वे किसी भी आरोपी को नहीं छोड़ेंगे और कानून के तहत कार्रवाई करेंगे।
इस घटना से यह संदेश भी गया कि बिहार में पुलिस के प्रति हिंसा और सरकारी कार्यों में रुकावट डालने वालों के खिलाफ कानून सख्त कार्रवाई करेगा।
मोहम्मद रुकसार के खिलाफ उठाई गई सख्त कानूनी कार्रवाई और उसका आत्मसमर्पण बिहार पुलिस की मेहनत और समर्पण का प्रतीक है। इस मामले में आगे भी कई सवाल उठ सकते हैं, लेकिन पुलिस का स्पष्ट रुख यही है कि कानून के हिसाब से ही सभी को सजा दी जाएगी।