वैशाली | वैशाली जिले के आठ प्रखंडों—वैशाली, बेलसर, भगवानपुर, महुआ, जंदाहा, सहदेई बुजुर्ग और महनार से होकर बहने वाली बाया नदी की उड़ाही का कार्य शीघ्र शुरू होने जा रहा है। इस परियोजना के लिए 54.45 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है।
मुख्यमंत्री की घोषणा को मिली हरी झंडी
6 जनवरी 2025 को प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने बाया नदी की उड़ाही की घोषणा की थी, जिसके बाद 4 फरवरी 2025 को कैबिनेट से इसकी स्वीकृति मिल गई। इस परियोजना का उद्देश्य बाया नदी की जल वहन क्षमता बढ़ाना, जल स्रोतों का संरक्षण और बाढ़ नियंत्रण को सुनिश्चित करना है।
उड़ाही से होंगे कई लाभ
बाया नदी की उड़ाही से—
✔ गाद निकाले जाने से जल प्रवाह बेहतर होगा, जिससे नदी की जल वहन क्षमता में वृद्धि होगी।
✔ बाढ़ की आशंका कम होगी, जिससे हजारों लोगों को राहत मिलेगी।
✔ जल गुणवत्ता में सुधार होगा और भूगर्भीय जलस्तर संतुलित रहेगा।
✔ नदी की गहराई बढ़ने से जल संरक्षण में मदद मिलेगी, जिससे आसपास के इलाकों में जल संकट का समाधान होगा।
जिलाधिकारी ने दी विस्तृत जानकारी
बाया नदी तट पर पहुंचे जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने पत्रकारों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बरसात के दिनों में अधिक वर्षा और गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से बाया नदी में जल निकासी की समस्या उत्पन्न होती है, जिससे वैशाली जिले के कई प्रखंडों में बाढ़ का खतरा बना रहता है। लेकिन अब इस समस्या का समाधान जल्द ही किया जाएगा।
54 करोड़ की लागत से होगी बाया नदी की उड़ाही, बाढ़ नियंत्रण और जल संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा pic.twitter.com/ZXCUk8Y8G2
— News by Prashant (@newsbyprashant) February 15, 2025
मीडियाकर्मियों के साथ निरीक्षण
आज वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर और अन्य प्रखंडों से दर्जनों पत्रकारों ने बाया नदी की स्थिति का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों के साथ मिलकर योजना की विस्तृत जानकारी साझा की।
इस दौरान एसडीएम रामबाबू बैठा, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी नीरज, जल निस्सरण प्रमंडल, हाजीपुर के कार्यपालक अभियंता विजय कृष्ण, अंचलाधिकारी निलेश वर्मा सहित कई अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
अगले कदम
अब प्रशासनिक स्तर पर जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी और कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद नदी का जल प्रवाह सुगम होगा, जिससे स्थानीय किसानों और निवासियों को राहत मिलेगी।
बाया नदी की यह ऐतिहासिक परियोजना वैशाली जिले के जल प्रबंधन को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
