योगीस्थान तालसेहान छोटकी छपरा परिसर में आयोजित 48 घंटे की अष्टयाम यज्ञ को लेकर सोमवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें भारी भीड़ के बीच लगभग 600 श्रद्धालु कुंवारी कन्याएं शामिल हुईं। यहां प्रत्येक वर्ष की भांति सामाजिक सहयोग से अष्टयाम यज्ञ का आयोजन किया जाता है।
कलश यात्रा गाजे-बाजे के साथ चेहरा कला के लिए तालसेहान, कमल चौक, छौड़ाही होते हुए रसूलपुर दाऊद मठ तक पहुंची। जहां हाजीपुर दक्षिणी वाहिनी से लाया गया जल कन्याओं ने अपने माथे पर धारण किया। आचार्य द्वारा जल का वैदिक मंत्रों से अभिमंत्रण किया गया। बैंड-बाजों और दर्जनों घोड़ों के साथ यात्रा में सैकड़ों महिला-पुरुष श्रद्धालु भी साथ चल रहे थे।
आज मंगलवार से कीर्तन मंडली द्वारा नामधुन जाप के साथ यज्ञ की शुरुआत हुई, जो गुरुवार की शाम तक चलेगा। यज्ञ स्थल पर भक्तिमय माहौल के बीच मेला भी लगा है, जिसमें दर्शकों के मनोरंजन हेतु खेल-तमाशे और मिठाइयों की दुकानें सजी हुई हैं।
श्री श्री 108 श्री रामधुन जाप यज्ञ महायज्ञ के आयोजन से पूरे क्षेत्र में भक्तिमय वातावरण व्याप्त है। यज्ञ स्थल पर कलश पहुंचते ही वैदिक आचार्य विश्वजीत झा द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ कलश स्थापना की गई।
इस शोभा यात्रा में यज्ञकर्ता सुरेश भगत, यज्ञ समिति अध्यक्ष सूर्य भगत, कोषाध्यक्ष हरेंद्र भगत, मंतोष यादव, भेरोखरा के मुखिया पति भोला प्रसाद यादव, मुखिया पति वृजनंदन राय, सरपंच जप्पी राय, हरिवंश भगत, रामनाथ भगत, शिक्षक चंदेश्वर भगत व्यास, डॉ. संजीत कुमार साधु जी, नागेश्वर साहनी, सोली भगत, डॉ. लालतेश्वर सिंह, दीपक कुमार आदि ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।