बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, शाम 5 बजे तक राज्य में कुल 60.61% मतदान दर्ज किया गया। गर्मी, स्थानीय मुद्दों और सियासी सरगर्मी के बीच पहले चरण में जनता ने अपने पसंदीदा उम्मीदवारों को चुनने के लिए उत्साह दिखाया।
दिग्गजों की सीटों पर मतदाताओं का जोश
इस चरण में कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर थी।
तेजस्वी यादव की राघोपुर सीट पर 64.01% मतदान हुआ, जो सबसे अधिक रहा।
उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव के महुआ से 54.88% वोट पड़े।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी की तारापुर सीट पर 58.33%,
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के लखीसराय में 60.51%,
जेडीयू छोड़ अब निर्दलीय छवि वाले अनंत सिंह के मोकामा में 62.16%,
भाजपा नेता मंगल पांडे के सीवान में 57.38%,
जबकि भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव के छपरा में 56.32% वोटिंग दर्ज की गई।
इसी बीच शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब के रघुनाथपुर में 51.18% मतदान हुआ।
युवा गायिका मैथिली ठाकुर के अलीनगर से 58.05% वोट पड़े।
मतदान का रुझान और माहौल
पहले चरण की वोटिंग में ग्रामीण इलाकों में अपेक्षाकृत अधिक मतदान देखने को मिला, जबकि शहरी इलाकों में मत प्रतिशत कुछ कम रहा। महिलाओं की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही — कई इलाकों में महिलाएं सुबह से ही मतदान केंद्रों पर कतार में नजर आईं।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि पहले चरण का मतदान प्रतिशत आने वाले चरणों का रुख तय कर सकता है। अधिक मतदान को आमतौर पर सत्ता-विरोधी लहर से भी जोड़ा जाता है, हालांकि इसका निष्कर्ष निकालने के लिए बाकी चरणों की वोटिंग और नतीजों का इंतजार करना होगा।
पहले चरण की वोटिंग ने यह साबित कर दिया है कि जनता बदलाव और विकास के मुद्दों पर गंभीर है। अब सभी की निगाहें दूसरे चरण पर टिकी हैं, जहाँ और भी बड़े चेहरे मैदान में उतरेंगे। बिहार में लोकतंत्र का यह उत्सव पूरे जोश के साथ जारी है।
