नई दिल्ली | जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) छात्रसंघ चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं। इस बार लेफ्ट गठबंधन (AISA, SFI, AISF, DSF) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चारों पदों — अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव — पर कब्जा जमा लिया है। वहीं, ABVP को इस चुनाव में करारा झटका लगा है और वह अपनी पिछली जीती हुई एक सीट भी गंवा बैठी।
चारों पदों पर लेफ्ट उम्मीदवार विजयी
अध्यक्ष (President) – अदिति मिश्रा
उपाध्यक्ष (Vice President) – गोपिका
महासचिव (General Secretary) – सुनील यादव
संयुक्त सचिव (Joint Secretary) – दानिश अली
इन चारों उम्मीदवारों ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों को बड़े अंतर से हराया। चुनावी रुझानों से ही यह साफ था कि इस बार कैंपस में लेफ्ट संगठनों के पक्ष में माहौल बना हुआ है।
ABVP को पिछड़ने का नुकसान
बीते साल ABVP ने संयुक्त सचिव की सीट जीती थी, लेकिन इस बार वह चारों पदों से बाहर हो गई। छात्र राजनीति के जानकारों का मानना है कि फीस वृद्धि, हॉस्टल सुविधाओं, और परिसर की नीतियों को लेकर लेफ्ट संगठनों ने छात्रों के बीच लगातार सक्रियता बनाए रखी, जिससे उन्हें फायदा मिला।
चुनाव में शांति और उत्साह
चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही और मतगणना के दौरान भी कोई बड़ा विवाद नहीं हुआ। छात्रों में मतदान को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया।
इस जीत के साथ लेफ्ट संगठनों ने एक बार फिर JNU की छात्र राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि नई टीम छात्र मुद्दों को किस तरह आगे बढ़ाती है।
