समस्तीपुर | बिहार के समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर प्रखंड स्थित बिरसिंहपुर के समीप प्रखंड जीविका कार्यालय परिसर में बिहार प्रदेश जीविका कैडर संघ के बैनर तले एक महत्वपूर्ण धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस प्रदर्शन में जीविका दीदियों ने अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर आवाज उठाई। धरने का नेतृत्व संघ के जिला अध्यक्ष कुमार अनुपम ने किया, और इस दौरान वहां कई समाजसेवी एवं स्थानीय अधिकारी भी मौजूद थे।
धरने की शुरुआत प्रखंड कार्यालय के परिसर में हुई, जहां संघ की महिला सदस्य अपने अधिकारों और समस्याओं के समाधान के लिए इकट्ठा हुईं। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर एक चार सूत्री पत्र भी प्रखंड के बीपीएम (ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर) राजेश कुमार को सौंपा। इसके साथ ही शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना से पहुंचे दरोगा अजय कुमार के सामने भी अपनी समस्याओं को रखा।
मांगों में प्रमुख मुद्दे
धरने में भाग लेने वाली जीविका दीदियों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर बीपीएम से 10 सूत्री मांग की, जिनमें से प्रमुख मांगें थीं :
1. मृतक जीविका दीदी सुर्मिला देवी और अन्य मृतकों के परिवार को तत्काल लाभ पहुंचाना।
2. सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करना।
3. जीविका दीदियों को बेहतर कार्य और जीवन सुविधाएं मुहैया कराना।
4. महिला सदस्याओं को उनकी मेहनत के अनुसार उचित मानदेय और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना।
धरने के दौरान जिला अध्यक्ष कुमार अनुपम ने बताया कि जिला स्तर पर पांच महिला दीदियों की मौत हो चुकी है, जिन्हें अभी तक उनके अधिकार नहीं मिले हैं। उन्होंने बीपीएम से इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने की अपील की। वहीं, बीपीएम राजेश कुमार ने आश्वासन दिया कि मृतक दीदी सुर्मिला देवी के परिवार को उनके हक का लाभ शीघ्र दिलवाया जाएगा और अन्य मामलों पर भी जल्द कार्रवाई की जाएगी।
दूसरे पक्ष की प्रतिक्रिया
धरने में उपस्थित बीपीएम ने कागजात की मांग की और कहा कि सभी आरोपों की जांच की जाएगी और जिन दीदियों के लाभ की बात की जा रही है, उनके दस्तावेज़ शीघ्र उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कुछ तकनीकी कारणों से प्रक्रिया में देरी हो रही है, लेकिन प्रशासन जल्द ही समाधान करेगा।
समाजसेवियों और प्रमुखों का समर्थन
धरने में समाजसेवी अंशु कुमार, विपिन कुमार, अनुपम कुमारी, सुमित कुमारी, नंदकिशोर, रामकिशोर ठाकुर, तेज नारायण राम, सविता कुमारी, विकास कुमार सिंह सहित अन्य स्थानीय प्रमुखों और कार्यकर्ताओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की और जीविका दीदियों के साथ एकजुटता दिखाई।
नारेबाजी और सक्रियता
धरने के दौरान जीविका दीदियों ने कई नारों के माध्यम से अपनी आवाज बुलंद की। "हमारे अधिकार दो, हम काम करने को तैयार हैं!", "जीविका दीदी को न्याय दो!" जैसे नारों से पूरा परिसर गूंज उठा। इस दौरान स्थानीय लोगों ने भी समर्थन दिखाते हुए धरना स्थल पर पहुंचकर संघ के संघर्ष को मजबूत किया।
समाप्ति और आश्वासन
धरने के बाद, बीपीएम ने मौके पर मौजूद सभी मुद्दों पर बातचीत की और उन्हें जल्द हल करने का आश्वासन दिया। हालांकि, यह धरना केवल शुरुआत थी, और संघ ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो वे आने वाले दिनों में और भी बड़े प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।
इस धरने ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि जीविका दीदियों की ताकत और उनकी एकजुटता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अब यह देखना होगा कि प्रशासन उनकी मांगों को किस हद तक प्राथमिकता देता है और समस्याओं का समाधान किस गति से होता है।