मोतिहारी | अनुमंडल पदाधिकारी, सिकरहना (ढाका) द्वारा अनुमंडल कार्यालय में भारतमाला पथ परियोजना और भारत-नेपाल सीमा पथ परियोजना से संबंधित पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए गए, ताकि परियोजना के कार्यों में गति लाई जा सके और रैयतों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।
बैठक में सभी अंचलाधिकारियों को लंबित LPC (लेटर ऑफ पॉस्सेशन) शीघ्र बनाने के निर्देश दिए गए। साथ ही, भू अर्जन कार्यालय से प्राप्त आप्ति का निकारण कर अभिलेख को पुनः भेजने का आदेश भी दिया गया। इसके अलावा, भू अर्जन कार्यालय के कर्मियों को परियोजना से संबंधित सभी रैयतों को अविलंब नोटिस जारी करने की बात कही गई।
बैठक के उपरांत, अनुमंडल पदाधिकारी ने ढाका प्रखंड के औरैया और भगवानपुर मौजा क्षेत्र में स्थित भारतमाला परियोजना के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान रैयतों से उनकी समस्याओं की जानकारी ली गई और अधिकारियों ने उन समस्याओं के समाधान के लिए तत्काल कदम उठाए।
अंचलाधिकारी, ढाका को निर्देशित किया गया कि वे अगले दिन से औरैया, भगवानपुर और कुशमहवा में कैंप लगाकर रैयतों का कागजात तैयार करें और उनके समस्याओं का समाधान करें। साथ ही, उन्होंने रैयतों से अपील की कि वे मुआवजा भुगतान हेतु कैंप में आकर अपना LPC और अन्य कागजात तैयार कर लें। कैंप में सभी रैयतों की समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा और अभिलेखों को जल्द से जल्द जिला भू अर्जन कार्यालय भेजा जाएगा।
इस बैठक और निरीक्षण से यह स्पष्ट हुआ कि सरकार परियोजना के कार्यों में पारदर्शिता और त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए कृतसंकल्प है, और रैयतों के अधिकारों की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शा रही है।