पटना | बिहार में प्रीपेड स्मार्ट मीटर को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। आज फुलवारी में भाकपा के नेतृत्व में सैंकड़ों कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने फुलवारी विद्युत कार्यपालक अभियंता के कार्यालय के समक्ष आक्रोशपूर्ण धरना प्रदर्शन किया। भाकपा ने इस अवसर पर राज्य सरकार से तत्काल प्रीपेड स्मार्ट मीटर को वापस लेने और उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने की मांग की।
धरने की अध्यक्षता फुलवारी के वरिष्ठ भाकपा नेता का. रामभवन सिंह ने की। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए पटना जिला सचिव का. विश्वजीत कुमार ने कहा कि प्रीपेड मीटर लगाना संविधान विरोधी और जन विरोधी कदम है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाकपा और आम जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे और आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
भाकपा नेताओं ने इस मुद्दे को एक बड़ा घोटाला बताते हुए आरोप लगाया कि प्रीपेड मीटर के जरिए जनता के साथ धोखा किया जा रहा है। अंचल सचिव का. राजकुमार ने चेतावनी दी कि अगर प्रीपेड मीटर की जबरन स्थापना की गई, तो भाकपा इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
धरना में भाकपा के अन्य नेताओं का. प्रमोदनंदन, का. देवरत्न प्रसाद, का. जितेंद्र कुमार, का. उदयन राय, का. राज कुमार गफूर, का. विनोद प्रसाद और कई अन्य नेता भी शामिल हुए। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया, तो भाकपा और आम जनता का संघर्ष और भी उग्र होगा।
धरने के बाद एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने कार्यपालक अभियंता आनंद सुमन से मुलाकात की और सात सूत्री मांग पत्र सौंपा। कार्यपालक अभियंता ने आश्वासन दिया कि किसी भी उपभोक्ता पर जबरन प्रीपेड मीटर नहीं लगाया जाएगा।
धरने में भाकपा के अलावा सैंकड़ों लोग भी शामिल हुए, जिनमें जितेंद्र प्रसाद, कुणाल रविदास, मोहम्मद शकील, मोहम्मद गुड्डू, वसी आलम और कई अन्य नागरिक शामिल थे।
यह धरना इस बात का संकेत है कि भाकपा और आम जनता, सरकार के इस फैसले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को तैयार हैं।