पटना | बिहार के स्थानीय निकाय कर्मियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आज विधान सभा के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन बिहार लोकल बॉडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आयोजित किया गया, जिसमें नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत के हजारों कर्मचारी शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगें :
- दैनिक कर्मियों का स्थायीकरण
- न्यूनतम वेतन ₹26,000 निर्धारित करना
- आउटसोर्स व्यवस्था समाप्त कर कर्मियों को निकाय कर्मचारी के रूप में समायोजित करना
- निकायों से समाप्त किए गए पदों की पुनर्बहाली
- एसीपी (वेतन वृद्धि) पर लगी रोक हटाना
कैसे हुआ प्रदर्शन:
करीब 1:30 बजे यह जुलूस गेट पब्लिक लाइब्रेरी, गर्दनीबाग से शुरू होकर महिला थाना, गर्दनीबाग तक पहुँचा। प्रशासन ने प्रदर्शन को रोकने के लिए पहले से ही बैरिकेडिंग और भारी पुलिस बल तैनात कर रखा था। प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोक दिया गया, जिसके बाद गुस्साए कर्मचारियों ने वहीं आमसभा का आयोजन किया।
नेताओं के बयान :
मोर्चा के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा,
"2025 निकाय कर्मियों के लिए 'करो या मरो' का वर्ष होगा। यदि हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो हम विधानसभा चुनाव में सरकार को सबक सिखाएंगे।"
प्रवक्ता जितेंद्र कुमार ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,
"एक तरफ सरकार दलितों और मजदूरों की हितैषी होने का दावा करती है, दूसरी तरफ हमारे अधिकारों का हनन कर रही है। हमारी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा और जरूरत पड़ी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल होगी।"
मजदूर संगठनों का समर्थन :
सभा को एटक बिहार अध्यक्ष गजनफ्फर नवाब, इंटक नेता अखिलेश पांडेय, मोर्चा संयोजक अमृत प्रसाद, महासचिव अशोक प्रसाद सिंह समेत कई नेताओं ने संबोधित किया। उन्होंने सरकार पर मजदूर विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाया और आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
मुख्यमंत्री सचिवालय तक पहुँचा ज्ञापन :
प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री सचिवालय से प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया गया। पाँच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने सरकार के समक्ष अपनी मांगें रखीं और ज्ञापन सौंपा। अधिकारियों ने उनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुँचाने का आश्वासन दिया।
नारेबाजी से गूँजा पटना :
प्रदर्शन के दौरान कर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए:
🔹 "₹26,000 से कम नहीं, नीतीश कुमार में दम नहीं!"
🔹 "दैनिक कर्मियों का स्थायीकरण करना होगा!"
🔹 "एजेंसी कर्मियों को निकाय कर्मचारी बनाना होगा!"
शामिल निकाय कर्मी :
पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, कटिहार, लखीसराय, वैशाली, बेगूसराय, मुंगेर सहित 119 नगर निकायों के हजारों कर्मचारी इस प्रदर्शन में शामिल हुए। पटना नगर निगम प्रशासन ने कर्मियों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में निगम कर्मचारी प्रदर्शन में शामिल हुए।
आगे की रणनीति :
संघर्ष मोर्चा ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार जल्द उनकी मांगें पूरी नहीं करती, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।

