पटना | बिहार की माटी के लाल, शिक्षा जगत में क्रांति लाने वाले खान सर को बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने 'चैंपियंस ऑफ चेंज बिहार' अवार्ड से सम्मानित किया है। यह सम्मान उन्हें सामाजिक विकास के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान के लिए दिया गया है।
कौन हैं खान सर?
खान सर, जिनका असली नाम फैज़ल खान है, पटना में 'खान जीएस रिसर्च सेंटर' चलाते हैं। वे अपनी अनोखी शिक्षण शैली के लिए जाने जाते हैं। उनकी कक्षाएं न केवल ज्ञानवर्धक होती हैं, बल्कि मनोरंजक भी होती हैं। वे मुश्किल से मुश्किल विषयों को भी सरल भाषा में समझाते हैं, जिससे विद्यार्थियों को उन्हें समझने में आसानी होती है।
क्यों मिला यह सम्मान?
खान सर को यह सम्मान समाज के वंचित और गरीब बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने के उनके प्रयासों के लिए मिला है। उनकी संस्था 'खान जीएस रिसर्च सेंटर' गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करती है। उन्होंने कई ऐसे विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया है जो आर्थिक तंगी के कारण अच्छी शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते थे।
अन्य हस्तियों को भी मिला सम्मान
खान सर के अलावा, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, अभिनेत्री नीतू चंद्रा और अभिनेता शेखर सुमन समेत कई अन्य हस्तियों को भी 'चैंपियंस ऑफ चेंज बिहार' अवार्ड से सम्मानित किया गया।
खान सर का योगदान
खान सर ने शिक्षा के क्षेत्र में जो योगदान दिया है, वह सराहनीय है। उन्होंने न केवल विद्यार्थियों को शिक्षित किया है, बल्कि उन्हें एक बेहतर इंसान बनने के लिए भी प्रेरित किया है। उनके प्रयासों से समाज के कई गरीब और वंचित बच्चों को शिक्षा का अवसर मिला है।
खान सर का संदेश
सम्मान मिलने के बाद खान सर ने कहा, "यह सम्मान मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मैं आगे भी समाज के लिए काम करता रहूंगा और गरीब बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के अपने प्रयासों को जारी रखूंगा।"
खान सर की उपलब्धियां
* खान सर के यूट्यूब चैनल पर लाखों फॉलोअर्स हैं।
* उनकी कक्षाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उपलब्ध हैं।
* उन्होंने कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया है।
* उनकी संस्था 'खान जीएस रिसर्च सेंटर' गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करती है।
खान सर एक प्रेरणा
खान सर आज के युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि अगर आपके पास प्रतिभा और लगन है, तो आप किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
