जयपुर से इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। बिहार के सात बच्चे जयपुर के एक कब्रिस्तान में छिपे हुए मिले। बच्चे इतने डरे-सहमे थे कि इंसानों से बात करने से भी डर रहे थे। बच्चों ने पुलिस को बताया कि उन्हें भूतों से नहीं, इंसानों से डर लगता है।
जानकारी के अनुसार, शमसाद मियां नामक शख्स ने इन बच्चों को बिहार से जयपुर लाया और भट्टा बस्ती क्षेत्र स्थित चूड़ी फैक्ट्री में काम पर लगा दिया। बच्चों से 18 घंटे तक काम करवाया जाता था, खाने को कुछ नहीं दिया जाता था और मारपीट भी की जाती थी। भूख और डर से बेहाल बच्चे बीमार पड़ने लगे और फैक्ट्री से भागकर कब्रिस्तान में पहुंचे, जहां उन्होंने पूरी रात कब्रों के पीछे छिपकर बिताई।
स्थानीय लोगों ने बच्चों को छिपा देखा और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। भट्टा बस्ती पुलिस और चाइल्ड वेलफेयर टीम ने बच्चों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। बच्चों को खाना, नए कपड़े और मेडिकल सहायता दी गई। आरोपी शमसाद मियां की तलाश अभी जारी है। शुरुआती जांच में फैक्ट्री में अन्य राज्यों से भी बच्चों को धोखे से लाकर मजदूरी कराई जाने की जानकारी मिली है। शास्त्रीनगर एसीपी शिवरतन गोदारा ने बताया कि बच्चों को बाल सुधार समिति के समक्ष पेश करके बाल सुधार गृह भेजा गया है। परिजनों को सूचना दी गई है, लेकिन अभी तक वे पहुंचे नहीं हैं।
