उत्तर प्रदेश | राष्ट्र निर्माण और सेवा भावना के प्रतीक डॉ. एस. एन. सुब्बाराव जी (भाई जी) के चतुर्थ स्मृति दिवस पर आज तीन राज्यों — उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार — में एक साथ “श्रम-संस्कार कार्यक्रम” आयोजित किया गया।
यह आयोजन राष्ट्रीय आचार्य कुल पत्रकारिता प्रकोष्ठ, नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन (NJA) तथा मगध समाज कल्याण प्रतिष्ठान के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का उद्देश्य भाई जी के जीवन मूल्यों — सत्य, सेवा और स्वावलंबन — को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना था।
तीनों राज्यों में हुआ श्रमदान और स्वच्छता अभियान
कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न जिलों में श्रमदान, सफाई अभियान और जनजागरण रैलियों का आयोजन किया गया।
पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और युवाओं ने मिलकर सार्वजनिक स्थलों की सफाई की, वृक्षारोपण किया और जनजागरण के माध्यम से सेवा-संस्कार का संदेश दिया।
“भाई जी का जीवन मानवता की मिसाल” — अधिवक्ता कुमुद रंजन सिंह
नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव एवं सामाजिक चिंतक अधिवक्ता कुमुद रंजन सिंह ने कहा —
> “भाई जी का जीवन त्याग, सादगी और मानवता की मिसाल है। हमें उनके श्रम-संस्कार और सेवा भाव को समाज के हर वर्ग में जीवित रखना होगा। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।”
> “भाई जी युवाओं के प्रेरणास्रोत” — राष्ट्रीय अध्यक्षा गीता कौर
राष्ट्रीय अध्यक्षा गीता कौर ने कहा —
> “भाई जी का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। सत्य और स्वावलंबन के उनके सिद्धांत आज भी समाज में नैतिक जागृति लाने की दिशा में प्रकाशस्तंभ हैं।”
> “हाथ लगे निर्माण में, नहि मांगने नहीं मारने” के नारे के साथ डिजिटल सखियों के साथ मिलकर पिपराइच ब्लॉक के ग्राम सारंडा, उनौला, चिलबिलवा, आराजी बनकट, माड़पार, लुहासी, बेला, हेमधापुर गाँव के तालाब पर सामूहिक श्रमदान किया गया और अमरूद, जामुन, कटहल के 250 पौधों का वितरण किया गया। साथ ही नए पौधे भी लगाए गए।
समाजसेवियों की व्यापक सहभागिता
कार्यक्रम में समाजसेवी सुप्रिया, अजीत कुमार, जियाउद्दीन, अधिवक्ता शशि प्रकाश सिंहा, अधिवक्ता अविनाश कुमार, अधिवक्ता संजीव कुमार, रश्मिता कुमारी सहित अनेक पत्रकारों, शिक्षकों और युवाओं ने भाग लिया।
सभी ने मिलकर भाई जी के विचारों को साझा किया और सामूहिक श्रमदान के माध्यम से सेवा का संकल्प लिया।
प्रतिभागियों ने लिया समाज सेवा का संकल्प
कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों ने राष्ट्र और समाज के प्रति समर्पण की भावना से यह सामूहिक संकल्प लिया —
> “हम भाई जी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए सत्य, सेवा और स्वावलंबन के सिद्धांतों को अपने जीवन का आधार बनाएंगे।”
> भाई जी के प्रति यह श्रद्धांजलि केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक जन-आंदोलन का रूप ले रही है, जो समाज में श्रम और सेवा के संस्कार को पुनः जागृत करने का संकल्प है।
