नागेन्द्र कुमार (पातेपुर) | विधानसभा चुनाव इस बार महागठबंधन और एनडीए के बीच महज एक चुनाव नहीं, बल्कि आर-पार की लड़ाई है। यह बिहार और बिहारियों की अस्मिता से जुड़ा हुआ चुनाव है। जनता में सत्ता परिवर्तन की तीव्र आकांक्षा दिखाई दे रही है। बिहार की जनता अपनी पीड़ा और व्यथा को एंटी-वोट के रूप में व्यक्त कर, वर्तमान डबल इंजन की कथित सरकार पर भड़ास निकालना चाहती है। इसके लिए महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं को आगामी 06 नवंबर को हर हाल में बूथ तक पहुँचना होगा।
यह बातें पातेपुर की पूर्व विधायक एवं राजद से पातेपुर विधानसभा प्रत्याशी प्रेमा चौधरी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। बुधवार को पातेपुर के नीरपुर स्थित विश्वनाथ राय डिग्री कॉलेज परिसर में महागठबंधन की विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता बैठक का आयोजन किया गया था।
इस बैठक में विधानसभा क्षेत्र के सभी पंचायतों, गांवों और वार्डों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। महागठबंधन प्रत्याशी श्रीमती चौधरी ने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर सत्ता परिवर्तन का सूत्रधार बनने की अपील की।
अपने संबोधन में उन्होंने पार्टी राजद एवं पार्टी नेता तथा मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव के विजन और बिहार के विकास के प्रति उनकी सोच से लोगों को अवगत कराया।
बैठक की अध्यक्षता पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष मो. मकबूल ने की, जबकि संचालन कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि तारक चौधरी ने किया।
इस अवसर पर पूर्व एमएलसी विष्णुदेव राय के पुत्र एवं वरिष्ठ राजद नेता उपेंद्र यादव, युवा राजद नेता अभिषेक चौधरी, रामचंद्र चौधरी, पूर्व प्रमुख राजनारायण राय, सीताराम राय, मनीष यादव, शंभू यादव, कुन्तलाल साह, विनय सिंह, पूर्व मुखिया ललित राय, मो. अनूठे, मो. शहाबुद्दीन मुन्ना, प्रो. गणेश राय, माले नेता उमेश राय, किशोरी सहनी आदि नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।
