पटना | दक्षिण भारत में तबाही मचाने वाला चक्रवात ‘मोंथा’ (Cyclone Montha) अब बिहार के आसमान तक पहुँच गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, तूफान के कमजोर पड़ने के बाद इसका असर अब बिहार के कई हिस्सों में देखने को मिल रहा है।
औरंगाबाद और भागलपुर में सुबह से ही हल्की बारिश दर्ज की गई, वहीं कई जिलों में बादल और ठंडी हवा का दौर जारी है।
⚠️ मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बिहार के 23 जिलों में बारिश और आकाशीय बिजली को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में अगले 24 घंटे तक मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
📍 जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है -
पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, बेगूसराय, बक्सर, पटना, नालंदा, शेखपुरा, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया, नवादा, रोहतास और कैमूर।
☁️ सुबह-सुबह बारिश से मौसम ठंडा हुआ
सोमवार सुबह औरंगाबाद और भागलपुर में हल्की बारिश के साथ मौसम में ठंडक बढ़ी।
कई इलाकों में तेज़ हवाएँ और गरज के साथ बूंदाबांदी भी देखी गई।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह प्रभाव मोंथा के अवशेष (Remnant Low Pressure) के कारण है।
⚡ आकाशीय बिजली का खतरा — सतर्क रहें!
IMD ने चेतावनी दी है कि कुछ जगहों पर आकाशीय बिजली (Lightning) गिरने की संभावना है।
लोगों से अपील की गई है कि
बारिश या गरज के समय खुले मैदान या पेड़ों के नीचे खड़े न रहें,
मोबाइल फोन का इस्तेमाल सीमित करें,
और पशुओं को भी खुले खेतों से हटा लें।
🌾 खेती पर असर
इस समय बिहार में धान की कटाई और रबी बुआई का दौर चल रहा है।
अचानक हुई बारिश से
कटे हुए धान को नुकसान हो सकता है,
वहीं रबी फसल की बुआई में थोड़ी देरी संभव है।
कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि अनाज को सूखी जगह पर भंडारित करें और मौसम के अगले अपडेट पर नजर रखें।
🌡️ तापमान में गिरावट
बारिश और ठंडी हवाओं के कारण राज्य में तापमान 2–3 डिग्री तक नीचे जा सकता है।
पटना, गया, दरभंगा और मुजफ्फरपुर में शाम से ठंडक महसूस की जा रही है।
‘मोंथा’ भले ही तटीय इलाकों से कमजोर होकर गुज़रा हो, लेकिन इसका असर अब बिहार तक पहुँच गया है।
अगले 24 से 36 घंटे तक बादल और बारिश का दौर जारी रहेगा।
लोगों और किसानों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
